My soul is always at peace,
But I search for answers.
Unknown to what I know,
Struggling to find a meaning for life.
For my destiny is fixed,
And I carve out ways and means to reach.
Hope to find the peace my soul already knows!!!
Ramblings through my lenses, my poetry & my stories... from the simplistic life we all have!!!
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Wednesday, August 05, 2015
Soul peace
Sunday, March 16, 2014
पेहचान ले
हर कोइ अपनी ही लड़ाई में आगे है ।
पर हर पल सोचता है, किसी और से आगे बढ़ना है॥
दो पल कि जिंदगी मैं ।
अपने साये को पीछे छोड़ने कि कोशिश है ॥
है चाहत खुदसे तो, पूछ लो अपने ज़मीर से।
हर पल उसके वक़्त ने क्या चाहा है॥
हर बार पलट के येही आयेगि।
तू है खूबसूरत, उससे भी ज़यादा खूबसूरत तेरी ज़िन्दगी॥
खुदी को ले ढूंढ, आपने आप को पहचान ।
उसी में खुसी है, न कोई बैर ना लड़ाई।
आपने ही लम्हों में, खुदी को जी लेंगे।
अपने इसी खुसी में, जिले आपनी ज़िन्दगी को ॥
पर हर पल सोचता है, किसी और से आगे बढ़ना है॥
दो पल कि जिंदगी मैं ।
अपने साये को पीछे छोड़ने कि कोशिश है ॥
है चाहत खुदसे तो, पूछ लो अपने ज़मीर से।
हर पल उसके वक़्त ने क्या चाहा है॥
हर बार पलट के येही आयेगि।
तू है खूबसूरत, उससे भी ज़यादा खूबसूरत तेरी ज़िन्दगी॥
खुदी को ले ढूंढ, आपने आप को पहचान ।
उसी में खुसी है, न कोई बैर ना लड़ाई।
आपने ही लम्हों में, खुदी को जी लेंगे।
अपने इसी खुसी में, जिले आपनी ज़िन्दगी को ॥
Saturday, March 01, 2014
मेरी रंगीनियां
मैं ढूँढता रहा ज़िन्दगी में रंगीनियां और नयापन।
पर भुला सा बैठा खुद के चले पथ को देखना ॥
मेरे इस पथ में इतने मोड़ हैं ।
जितनी हसीँ के ठहाके छूटे, और ग़मों कि आंसूं निकले ॥
कितने सारे रिस्ते जोड़े ।
कुछ छूट गये वक़्त के साथ, तो कई गड़ गये मेरे संग ॥
जो छूट गऐ उन्हें भुला न सका,जो जुड़ गऐ उन्हें याद न किया ॥
ईरादे कई किये, कई सपनों के संग।
वक़्त ने हर बार किया मुझे दांग॥
कुछ में इरादे थे पक्के, पर कोशिश था कम॥
कुछ गऐ छूट, तो कुछ रहे अधूरे॥
हर बार सोचा कुछ करूँ नया या अलग।
लाऊं कुछ नयापन अपने में।
भूल बैठा कि हर सोंच में, मैंने एक नया इंसान को देखा।
एक नया नाटक बनते और बिगड़ते देखा।
हर लम्हे में एक रंगीनियां और नयापन देखा॥
पर भुला सा बैठा खुद के चले पथ को देखना ॥
मेरे इस पथ में इतने मोड़ हैं ।
जितनी हसीँ के ठहाके छूटे, और ग़मों कि आंसूं निकले ॥
कितने सारे रिस्ते जोड़े ।
कुछ छूट गये वक़्त के साथ, तो कई गड़ गये मेरे संग ॥
जो छूट गऐ उन्हें भुला न सका,जो जुड़ गऐ उन्हें याद न किया ॥
ईरादे कई किये, कई सपनों के संग।
वक़्त ने हर बार किया मुझे दांग॥
कुछ में इरादे थे पक्के, पर कोशिश था कम॥
कुछ गऐ छूट, तो कुछ रहे अधूरे॥
हर बार सोचा कुछ करूँ नया या अलग।
लाऊं कुछ नयापन अपने में।
भूल बैठा कि हर सोंच में, मैंने एक नया इंसान को देखा।
एक नया नाटक बनते और बिगड़ते देखा।
हर लम्हे में एक रंगीनियां और नयापन देखा॥
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Wednesday, February 05, 2014
एक वादा खुदसे
ठहरा रहा उम्मीद से
की सुनेगा कोई ॥
पर इन लब्ज़ों की तन्हाई मैं
आया ना कोई ॥
मैं अपनी परछाई को
दोस्ती का वास्ता दे बैठा ॥
उन्हें छोड़ चला राहों में
जो हाथ पसारे खड़े थे,
उन चौराहे और गलियरों में ॥
सायद न था कभी
अपने पे भरोसा ॥
जो यारों पे ना कर सका
उनके वादों कि सचाई का आस्था ॥
रह न जाऊं उन्ही पल्लों में
उस परछाई कि आड़ में॥
आशा कि उम्मीद है
थामूंगा आपने यारों कि हातों को ॥
यह वादा रहा खुद से
ढूंढूंगा अपने वजूद को ॥
पहचानूँगा अपने आपको
पर फिरसे कभी न खोउंगा अपपने आप को
किसी सन्नाटे वाली मोड़ पे ॥
की सुनेगा कोई ॥
पर इन लब्ज़ों की तन्हाई मैं
आया ना कोई ॥
मैं अपनी परछाई को
दोस्ती का वास्ता दे बैठा ॥
उन्हें छोड़ चला राहों में
जो हाथ पसारे खड़े थे,
उन चौराहे और गलियरों में ॥
सायद न था कभी
अपने पे भरोसा ॥
जो यारों पे ना कर सका
उनके वादों कि सचाई का आस्था ॥
रह न जाऊं उन्ही पल्लों में
उस परछाई कि आड़ में॥
आशा कि उम्मीद है
थामूंगा आपने यारों कि हातों को ॥
यह वादा रहा खुद से
ढूंढूंगा अपने वजूद को ॥
पहचानूँगा अपने आपको
पर फिरसे कभी न खोउंगा अपपने आप को
किसी सन्नाटे वाली मोड़ पे ॥
Thursday, December 12, 2013
Laughter of Hope!!!
The clouds are so grey and deep
My sunshine finds it very difficult to peep
the winds that fly so hard and fast
seems to be the only hope for my time to pass
The surrounding around me deepen to black
Leaving me struggling to come back
for my life beyond is also searching for a union
but the time that flies, pushes me in my deep grey
But as I push to peep again, i gain my strength
with every gold bursting in the sky through those grey
the union with below shines to glow...
with a tear of joy and a laughter of hope!!!
My sunshine finds it very difficult to peep
the winds that fly so hard and fast
seems to be the only hope for my time to pass
The surrounding around me deepen to black
Leaving me struggling to come back
for my life beyond is also searching for a union
but the time that flies, pushes me in my deep grey
But as I push to peep again, i gain my strength
with every gold bursting in the sky through those grey
the union with below shines to glow...
with a tear of joy and a laughter of hope!!!
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