Saturday, November 21, 2015

हर पल


हर पल में ज़िन्दगी बदलती है । 
हर पल, हर पल बदलती है॥ 
में बदलूं  या ना बदलूं।  
यह पल बदलता है॥ 

हर पल की नज़ाकत को समझ। 
उन लम्हों को एहसास कर॥ 
पानी की तरह बहता जा। 
अपने उन पलों को समेटता ज॥ 

हर मोड़ पे एक नई पहचान बना। 
हर रिश्ते में एक नयापन ला॥ 
छोड़ चल अपनी परछाईयों को। 
समेट ले उस नये यादों को॥ 

कुछ ख़ुशी के पल देता जा। 
उन ग़मों को भूलता जा॥ 
एक खटै मिठास सी सुरुवात है। 
घोलता जा अपने उन नये पलों में॥ 

हर पल में ज़िन्दगी बदलती है । 
हर पल, हर पल बदलती है॥