हर पल में ज़िन्दगी बदलती है ।
हर पल, हर पल बदलती है॥
में बदलूं या ना बदलूं।
यह पल बदलता है॥
हर पल की नज़ाकत को समझ।
उन लम्हों को एहसास कर॥
पानी की तरह बहता जा।
अपने उन पलों को समेटता ज॥
हर मोड़ पे एक नई पहचान बना।
हर रिश्ते में एक नयापन ला॥
छोड़ चल अपनी परछाईयों को।
समेट ले उस नये यादों को॥
कुछ ख़ुशी के पल देता जा।
उन ग़मों को भूलता जा॥
एक खटै मिठास सी सुरुवात है।
घोलता जा अपने उन नये पलों में॥
हर पल में ज़िन्दगी बदलती है ।
हर पल, हर पल बदलती है॥
2 comments:
Wah wah bahut acha hei ...your our own writing or copied....can't believe
Yes Swati Mishra.. my own writing... :)
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